लगातार,
गूंजती सायरन की
आवाज !
एक बख्तरबंद गाड़ी में
लाया गया मरीज
सदमें से कोमा में है ...
बता रहा उसका मुनीम-
मालिक ने पढ़ी खबर-
विकास दर ऊँची
सोना गिरा निचे ...
मालिक भी गिर पड़े औंधे मुंह ... |
सवाल जीवन का है
भाव सोने का बढ़ा दो ,
मालिक को बचा लो ...
वरना !
पछताओगे सोना
घर- घर में
पाओगे ..... |
- उदय वीर सिंह
गूंजती सायरन की
आवाज !
एक बख्तरबंद गाड़ी में
लाया गया मरीज
सदमें से कोमा में है ...
बता रहा उसका मुनीम-
मालिक ने पढ़ी खबर-
विकास दर ऊँची
सोना गिरा निचे ...
मालिक भी गिर पड़े औंधे मुंह ... |
सवाल जीवन का है
भाव सोने का बढ़ा दो ,
मालिक को बचा लो ...
वरना !
पछताओगे सोना
घर- घर में
पाओगे ..... |
- उदय वीर सिंह
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें