मंगलवार, 14 जुलाई 2015

मंदा कह गया -



पोंछ कर हाथ फेका तौलिया
देख हिकारत से गंदा कह गया-

लेकर तालिम सुर्खुरु हो गया
आलिम को मंदा कह गया - 

मांगी दुआएं बंदों ने दर बदर 
मिजाजपुर्षी को धंधा कह गया -

तराशी जिंदगी चलना सिखाया
उस बाप को अंधा कह गया -

आँचल फाड़ पट्टी जख्म पर बांधी
उस सिर को नंगा कह गया -

तोलता है तालिम को व्यापार से
बाजार को नालंदा कह गया -

खून से जिसके रंगे हैं हाथ अब भी
बेकस को दरिंदा कह गया -

उदय वीर सिंह

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