रविवार, 28 अगस्त 2016

ऊंची होती कालाहांडी की दीवार ......

कौन से देश कौन सी संस्कृति का उनवान हो रहा है 
बंजर होने लगी है इंसानियत देश महान हो रहा है -
सुना  है सातवें पायदान पर है ये हमारा अमीर देश 
दम तोड़ती संवेदना  भूखा नर  नीलाम हो रहा है -
जन्म लेना और मरना दोनों ही अरदास  कर रहे हैं 
रब रोक दोनों को तेरा दिया जीवन बदनाम हो रहा है -
ऊंची होती जा रही एक नहीं हजारों कालाहांडी की दीवार 
दाना मांझी पत्नी की नहीं मानवता की लाश ढो रहा है -
महफिलों में इश्कों हुश्न की इबादत का दौर रंगीन  है 
किसी का हिंदुस्तान हँस रहा है  किसी का रो रहा है -

उदय वीर सिंह 


कोई टिप्पणी नहीं: