रविवार, 4 दिसंबर 2016

खरीदने और बेचने का अंतर जितना ज्यादा होगा मुनाफा होगा

काँटों की सेज पर गुल बिखर ही जाएँ तो वो दागदार होंगे 
जिसने किस्मत में मांगा ही हो बेईमानी कैसे ईमानदार होंगे -
 खरीदने और बेचने का अंतर जितना ज्यादा होगा मुनाफा होगा 
और सिर्फ मुनाफा ही हो जिसका मकसद कैसे वफादार होंगे -
 काजू की रोटियाँ खाने वाले को कणक के खेत रसुखदार नहीं लगते 
वीर सोचो कालाहांडी -वनवासी गलियों के कैसे समाचार होंगे -

उदय वीर सिंह 



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