बादल वहीं बरसेंगे जहां आप चाहेंगे
तूफान ठहर जाएंगे जहां आप चाहेंगे -
निर्वात में जीवन की कल्पना कैसे
वीर हवा वहीं बहेगी जहां आप चाहेंगे --
अपराध व अपराधी में फर्क रहेगा
सजा उसी को होगी जिसे आप चाहेंगे -
मुमताज़ व शाहजहाँ रहें कहीं और
ताजमहल वहीं रहेगा जहां आप चाहेंगे -
फूल मुस्कराएंगे
तो
महक जायेगी हवा
महक वहीं होगी जहां आप चाहेंगे -
किसके सिने में दम है की रो भी ले
हँसेगा भी वही जिसे आप चाहेंगे -
जिसकी आँख उसकी नजर कैसे होगी
वही देख सकेगा जिसे आप चाहेंगे -
मांगने को हाथ बहुत हैं अधिकार
जिएगा वही जिसको आप चाहेंगे -
उदय वीर सिंह
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